Sunday, 21 October 2018

धनौरा ड्रेन ओवरफ्लो होने से पुल पर भरा पानी

गढ़पुर टापू के ग्रामीणों ने जताया रोष, की नारेबाजी

पुल को ऊंचा करने की उठाई मांग

इन्द्री, 20 अक्तूबर (गुंजन कैहरबा)

उपमंडल के गांव गढ़पुर टापू के पास धनौरा ड्रेन का पानी अक्सर ओवरफ्लो हो जाता है और पानी में पुल डूब जाता है। इससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। गत दिन ड्रेन में पानी छोड़े जाने से पुल डूब गया और आस-पास पानी फैल गया तो लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर जा पहुंचा। किसानों ने डूबे हुए पुल पर जमा होकर प्रशासन के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया व जमकर नारेबाजी की गई। ग्रामीणों ने पुल का लेवल ऊंचा उठाए जाने की मांग उठाई है।

ग्रामीण चंद्र दत्त, खालिद, मनीष, सोनू, नूर हसन, सोलु, सुसविन्दर, नवल, मेहरूप, गुलशन, आशु का कहना है कि पुल का लेवल काफी नीचे जा चुका है जिस कारण डे्रन में पानी आते ही पुल पानी में डूब जाता है। मजबूरी में उनको डूबे हुए पुल को खतरा मोल लेकर पार करना पड़ता है। लेकिन सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। लोगों ने सरकार से पुल को ऊंचा उठाने की मांग करते हुए कहा कि इस रास्ते से चंद्रांव, चोगावां, गढ़ी बीरबल, लबकरी, मुसेपुर, समसपुर, कलसौरा, गढ़पुर टापू आदि गांवों के लोग गुजरते हैं और किसान अपनी फसल लेकर इसी रास्ते से होकर आते जाते हैं। ऐसे में पुल पर पानी जब भी आता है तो इस रास्ते से  जान का खतरा उठाकर फसल को लाना ले जाना होता है। बारिश के दिनों में तो यहां हालात बहुत ही ज्यादा खराब हो जाते हैं। क्योंकि डे्रन पानी से पूरी भरी होती है और पुल भी पूरा डूबा होता है। लोग बस अंदाजे से ही पुल पार करते हैं। इस रास्ते पर लोगों के खेत भी हैं। इसलिए दिनरात का आनाजाना होता है। अंधेरे में तो पुल पार करते हुए नीचे ड्रेन में गिरने का भी खतरा बना रहता है।   
ड्रेन में रसायनयुक्त पानी छोड़े जाने का भी किया विरोध-
ग्रामीणों ने बताया कि ड्रेन में यमुनानगर की फैक्ट्रियों का पानी छोड़े जाने का लोग लंबे समय से विरोध कर रहे हैं। लेकिन इस समस्या से आज तक निजात  नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि रसायनयुक्त पानी से सारे माहौल में दुर्गन्ध फैली रहती है। लेकिन पुल पर गुजरते गंदे पानी से गुजरने की मजबूरी के कारण भी कईं लोग एलर्जी व दाद, खाज खुजली जैसी बिमारियों की चपेट में आ जाते हैं।
क्या कहते हैं कार्यकारी अभियंता-
सिंचाई विभाग के एक्सईएन मनीष शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ड्रेन पर बनाए गए पुल काजवे हैं। वे नीचे ही बनाए जाते हैं ताकि पानी नीचे से गुजर जाए और ज्यादा आने पर ऊपर से गुजर जाए। गढ़पुर टापू की स्थिति से अवगत नहीं हैं, वहां जाकर ही स्थिति के बारे में बताया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वे मौके पर पहुंच कर मुआयना करेंगे।

Saturday, 20 October 2018

जर्मनी में हिन्दी व भारतीय कलाओं के प्रसार में जुटे राहुल कुमार

काउंसलर इन्द्री में हुआ जोरदार स्वागत

इन्द्री, 19 अक्तूबर (गुंजन कैहरबा)

जर्मनी में स्टेट काउंसलर बनने वाले भारतीय मूल के पहले युवा राहुल कुमार का स्थानीय निरंकारी भवन में जोरदार स्वागत किया गया। काउंसलर के साथ-साथ राहुल जर्मनी में फ्री डेमोक्रेटिक पार्टी के फ्रेंकफर्ट अध्यक्ष भी हैं। उनके साथ केएफके के चेयरमैन राजकुमार, बेला फेराज व डिंपल भी थे। निरंकारी मंडल के स्थानीय मुखी संजय बजाज, राजेन्द्र सांतड़ी, मा. ओमप्रकाश, हरपाल, ईश्वरदयाल, अंजू, मोहन लाल, दिलीप, गुलाब सिंह, निर्मला, संजना, प्रियंका, रीटा, संतोष, सुरेन्द्र, राज कुमार, धर्मपाल सहित अनेक श्रद्धालुओं ने फूलमालाओं के साथ उनका स्वागत किया।
राहुल कुमार ने बताया कि वे आठ महीने के थे, जब अपने पिता राज कुमार के साथ जर्मनी चले गए थे। बीच में वे फिर भारत आए, जिस कारण उन्हें हिन्दी बोलने और समझने में दिक्कत नहीं होती है। उन्होंने कहा कि भारतीय मूल का होने पर उन्हें गर्व है। उन्होंने कहा कि जर्मनी सहित यूरोप के देशों में भारतीयों की बड़ी आबादी है। लेकिन आपस में तालमेल की कमी है। वे यूरोप में भारतीयों को संगठित करने और भारत को लाभ पहुंचाने के लिए प्रयासरत हैं। भारत की संस्कृति का दुनिया में अहम स्थान है। जर्मनी में भारतीय संगीत व कलाओं को मंच देने के लिए भी वेे कोशिशें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जर्मनी में हिन्दी भाषा के फैलाव के लिए भी कोशिशें करेंगे। उन्होंने कहा कि जर्मनी और भारत के सांस्कृतिक आदान-प्रदान में दोनों देशों की भलाई है। जब उनसे भारत और जर्मनी की शिक्षा व्यवस्था के अंतर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जर्मनी में बच्चों की शिक्षा की सरकार द्वारा पूरी जिम्मेदारी ली जाती है। दसवीं के बाद जर्मनी में विद्यार्थियों के लिए उनकी रूचि के अनुसार विकल्प लेने के अनेक अवसर होते हैं। जर्मनी की शिक्षा से भारत बहुत कुछ सीख सकता है।
हरियाणा में बच्चों की शिक्षा के लिए काम करेगी केएफके-
जर्मनी में बच्चों की शिक्षा के लिए मदद कर रही केएफके चेयरमैन राज कुमार ने बताया कि जर्मनी के बाद उनकी संस्था हरियाणा में भी काम करेगी और जरूरतमंद प्रतिभावान बच्चों को मदद दी जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा के बिना हम तरक्की नहीं कर सकते। शिक्षा की बदौलत ही वे जर्मनी जा पाए और वहां की राजनीति व समाज में एक स्थान बनाया।

Saturday, 19 May 2018

कैंप स्कूल के विद्यार्थियों ने निकाली नशा विरोधी जागरूकता रैली

नशे से कर लो तौबा जो जीवन से प्यार है..

यमुनानगर के कैंप स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों ने 19मई, 2018 को नशा विरोधी जागरूकता रैली निकाल कर शहरवासियों में नशे के खिलाफ अलख जगाई। विद्यालय के कानूनी साक्षरता प्रकोष्ठ के तत्वावधान एवं स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से आयोजित की जा रही जागरूकता रैली के दौरान विद्यार्थियों ने ‘नशे से कर लो तौबा जो जीवन से प्यार है, तंबाकू का नशा-जीवन की दुर्दशा, नशे को छोड़ दो-जीवन को मोड़ दो’ सहित अनेक प्रकार के नारे लगाए। रैली को प्रधानाचार्य परमजीत गर्ग ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। हिन्दी प्राध्यापक एवं कानूनी साक्षरता प्रकोष्ठ के प्रभारी अरुण कुमार कैहरबा, मीडिया एवं ऐनीमेशन अनुदेशक आशीष रोहिला, स्वास्थ्य विभाग के परामर्शदाता सज्जन कुमार, दीपचंद, मनोज, पारूल, सोनाली शर्मा ने रैली की अगुवाई की। इस मौके पर वरिष्ठ प्राध्यापक रोहताश राणा, सेवा सिंह, दुर्गेश, अंशु अरोड़ा, सुखजीत सिंह व ओमपाल मौजूद रहे।
स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए परमजीत गर्ग ने कहा कि नशा हर दृष्टि से नुकसानदायक है। अत: इससे सभी को बचना चाहिए। अरुण कैहरबा ने कहा कि नशा नाश का कारण है। सबसे पहले तो अपने परिवार के खर्च में से डाका डाल कर व्यक्ति नशा खरीदता है। नशा स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है और बिमारियों का इलाज करवाने में फिर से रूपये खर्च होते हैं। नशा व्यक्तित्व का भी नाश करता है। नशे की लत लगने पर चोरी सहित अनेक प्रकार के अपराध करने पर व्यक्ति मजबूर हो जाता है। नशा करने से घर में कलह होने लगता है। नशा करने वाले व्यक्ति का सम्मान भी कम हो जताा है। इस तरह से नशा हमारे पैसे, स्वास्थ्य, व्यक्तित्व, समय और सामाजिक वातावरण को नुकसान पहुंचाता है।


सज्जन सिंह व दीपचंद ने विद्यार्थियों को नशे की लत से बचने का संदेश देते हुए कहा कि बच्चे व युवा कईं बार अपने दास्तों के दबाव में आ जाते हैं और धीरे-धीरे नशे के मकडज़ाल में फंस जाते हैं। और फिर इससे निकलना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपने व्यक्तित्व के विकास पर बल देना चाहिए और जब भी कभी नशे का प्रस्ताव किसी के द्वारा भी मिले, उसे सिरे से नकार देना चाहिए। उन्होंने राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य योजना व एचआईवी/एड्स से बचाव के लिए चलाए जा रहे आईसीटीसी के बारे में भी जानकारी दी। पारूल व सोनाली ने छात्राओं के साथ विशेष रूप से चर्चा की और उनका मार्गदर्शन किया।

चार महीने से वेतन नहीं मिलने पर आंगनवाड़ी वर्करों व हैल्परों ने काटा बवाल

सीडीपीओ से नहीं मिला संतोषजनक जवाब

नारेबाजी करते हुए पहुंची एसडीएम कार्यालय

गुंजन कैहरबा/निस

इन्द्री, 18 मई 

पिछले चार महीनों से वेतन नहीं मिलने से गुस्सायी आंगनवाड़ी वर्करों व हैल्परों ने सीडीपीओ कार्यालय पहुंच कर जोरदार प्रदर्शन किया। वर्करों ने आंगनवाड़ी वर्करस एवं हैल्पर्स यूनियन के बैनर तले जोरदार नारेबाजी करते हुए सीडीपीओ एवं सरकार के खिलाफ रोष जताया। प्रदर्शन की अगुवाई कार्यकारी राज्य प्रधान मधु शर्मा, खण्ड प्रधान अमरजीत कौर व वर्कर नेता सुषमा कांबोज ने किया। प्रदर्शन के दौरान वर्कर एवं हैल्परों का प्रतिनिधिमंडल सीडीपीओ से मिला, लेकिन कथित तौर पर संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर नारेबाजी करते हुए सैंकड़ों आंगनवाड़ी वर्कर एवं हैल्पर एसडीएम कार्यालय पहुंची। बुलावे पर कर्मचारियों का प्रतिनिधिमंडल एसडीएम से मिला और उन्हें अपना दुखड़ा सुनाया।

सीडीपीओ कार्यालय के सामने वर्करों एवं हैल्परों को संबोधित करते हुए मधु शर्मा व अमरजीत कौर ने कहा कि इन्द्री व नीलोखेड़ी खण्ड की आंगनवाड़ी वर्करों एव हैल्परों को पिछले चार महीने से वेतन नहीं मिल रहा है। अधिकतर वर्कर व हैल्पर गरीब परिवारों से संबंध रखती हैं। बहुत सी महिलाएं विधवा हैं। वेतन नहीं मिलने से वर्करों के परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। वर्करों ने बताया कि वेतन नहीं मिलने से वे अपने बच्चों के स्कूलों में दाखिला फीस नहीं जमा करवा पाई हैं। बच्चों की किताबें भी नहीं खरीदी गई हैं। प्रदर्शन के दौरान बुलावे पर सीडीपीओ राजबाला मोर से यूनियन का प्रतिनिधिमंडल मिला, लेकिन समस्या का समाधान नहीं होने पर वर्करों व हैल्परों का गुस्सा सातवें आसमान पर जा पहुंचा। वर्कर प्रदर्शन करते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंची। यहां भी कर्मचारियों ने जोरदार नारेबाजी की। इस मौके पर कमला, मोनिका, किरण, ममता, रेणू, शालिनी, रेखा, सुषमा, नरेश मैहला, शीला, राज, माया देवी, प्रमोद, सुनीता, अनारकली, कमलेश, सीमा, मंजू, उषा, राकेश सहित अनेक वर्कर मौजूद रही।
बाद में मधु शर्मा, अमरजीत कौर, सर्व कर्मचारी संघ के नेता सतपाल सैनी, मलकीत सिंह ने वर्करों की तरफ से एसडीएम प्रदीप कौशिक से मुलाकात की और समस्याएं रखी। एसडीएम ने वेतन नहीं मिलने की समस्या का पता करने के लिए खजाना अधिकारी को मौके पर बुलाया। खजाना अधिकारी ने कर्मचारी नेताओं को सारी स्थिति से अवगत करवाया। खजाना अधिकारी के आश्वासन पर एसडीएम प्रदीप कौशिक ने कर्मचारी नेताओं को सोमवार तक वेतन खातों में डलवाने का आश्वासन दिया।

Friday, 18 May 2018

तीन महीने से गांधीनगर के सरकारी स्कूल में नहीं है बिजली·¤

DAINIK TRIBUNE 16-5-2018

दर्जन भर गांवों को कुंजपुरा खण्ड में शामिल करने पर आप ने जताया रोष

दर्जन भर गांवों को कुंजपुरा खण्ड में शामिल करने पर आप ने जताया रोष

ग्रामीणों के साथ मिलकर पार्टी चलाएगी आंदोलन

इन्द्री, 18 मई (गुंजन कैहरबा)
इन्द्री स्थित अनाज मंडी में बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते आम आदमी पार्टी के ग्रामीण जिला प्रधान बलबीर, हल्का प्रधान पूर्ण कांबोज व अन्य। छाया: गुंजन कैहरबा

स्थानीय अनाज मंडी में आम आदमी पार्टी की बैठक में दर्जन भर गांवों को इन्द्री खण्ड से निकाल कर कुंजपुरा खण्ड में जोडऩे पर रोष जताया गया। पार्टी के नेताओं ने कहा कि इन्द्री के साथ लगते गांवों को कुंजपुरा खण्ड में जोडऩे के तुगलकी फरमान के विरूद्ध ग्रामीणों में रोष है। इसको लेकर ग्रामीणों के साथ मिलकर पार्टी आंदोलन का बिगुल फूंकेगी। बैठक की अध्यक्षता पूर्ण सिंह कांबोज ने की।

बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पार्टी के ग्रामीण जिला प्रधान बलबीर सिंह नरवाल, पूर्ण कांबोज, राज कुमार गर्ग व पृथ्वी राज ने कहा कि इन्द्री के गांव बदरपुर, ब्याना, फाजिलपुर, जोहड़माजरा, शाहपुर, कलसौरा, नागल, कमालपुर रोड़ान, रंदौली, सैय्यद छपरा, जतपी छपरा, सिकंदरपुर, बीबीपुर ब्राह्मणान, डेरा हलवाना, चांद समंद, डबकौली कलां, डबकौली खुर्द को नए बनाए गए कुंजपुरा खण्ड के साथ जोडऩा सरकार व प्रशासन की तानाशाही का प्रतीक है। ऐसा करते हुए इन गांवों की पंचायतों व नंबरदारों तक से पूछने की जहमत नहीं उठाई गई। ऐसे में ग्राम सभा में इस पर सहमति लिए जाने की तो कल्पना करने वाला कोई नहीं लग रहा।
बलबीर नरवाल ने कहा कि इन गांवों का सीधा संपर्क नजदीकी शहर इन्द्री से है। लेकिन खण्ड बदले जाने से लोगों को अलग रूट में पडऩे वाले कुंजपुरा के धक्के खाने पड़ रहे हैं। ग्रामीण सरकार के इस फैसले से हैरान व परेशान हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने इन गांवों में जनसंपर्क किया है। शीघ्र ही गांवों को दौबारा इन्द्री खण्ड में शामिल करवाने के लिए पार्टी आंदोलन चलाएगी। बैठक में 27 मई को कुरूक्षेत्र में आयोजित होने वाले प्रशिक्षण शिविर में पदाधिकारियों से हिस्सा लेने का आह्वान किया गया। इस मौके पर अमित, मामलचंद, बलिन्द्र, रविन्द्र व मनिन्द्र सिंह उपस्थित रहे।

बेटियों ने मनवाया प्रतिभा का लोहा

दूसरी कक्षा की निदा बतूल राष्ट्रीय स्तर पर रही अव्वल

जोहा ने तीन राज्यों में किया टॉप

तंजीमुल मकाबित लखनऊ द्वारा करवाई गई थी परीक्षा
इन्द्री, 17 मई (गुंजन )
यमुना नदी के साथ लगते गांव सैय्यद छपरा स्थित मदरसा हैदरिया में दूसरी कक्षा में पढऩे वाली छात्रा निदा बतूल ने तंजीमुल मकातिब लखनऊ द्वारा आयोजित परीक्षा में राष्ट्रीय स्तर पर पहला स्थान प्राप्त किया है। साथ ही पहली कक्षा की छात्रा जोहा बतूल ने तीन राज्यों में अव्वल स्थान पाया है। 
निदा बतूल

 दोनों छात्राओं की उपलब्धियों से गांव व मदरसे में खुशी का माहौल है। मदरसे के संचालक एवं मौलाना अकील रजा ने बताया कि देशभर में 1325मदरसों में से एक उनके मदरसे  की दो छात्राओं ने टॉप किया है। राष्ट्रीय स्तर पर निदा ने 150 अंक में से 147 अंक प्राप्त किए, वहीं जोहा ने 100 में से 93 अंक लिए। उन्होंने बताया कि यह परीक्षा सिर्फ लिखित ही नहीं होती, बल्कि मौखिक भी होती है और विद्यार्थियों के ज्ञान को परखा जाता है। मदरसा कमेटी के प्रधान अजादार हुसैन,  गांव की सरपंच  चश्मै जैहरा, सै. हसन अब्बास, अजमे अब्बास, अली कौसर ने उपलब्धि पर बेटियों को बधाई दी।
जोहा बतूल


Tuesday, 15 May 2018

विज्ञान गीत-'लाजवाब कीट मधुमक्खी'

मदरसे की सिल्वर जुबली

भाईचारा और तालीम से ही हम बढ़ सकते हैं आगे: मौलाना शमीम अब्बास

मदरसे की सिल्वर जुबली पर भाईचारे का दिया संदेश

इन्द्री, 15 मई (गुंजन कैहरबा)


उपमंडल के गांव सैय्यद छपरा स्थित मदरसा हैदरिया के 25 साल होने पर सेमिनार सहित विभिन्न रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए गए। सेमिनार की अध्यक्षता मदरसा के मौलाना अकील रज़ा ने की। सेमिनार में हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई धर्मों के प्रतिनिधियों को मुख्य मेहमान बनाया गया, जिसमें समाजसेवी अली अब्बास, प्रदीप कृष्ण, करनैल सिंह, जल सिंह को शामिल किया गया। ईरान से आए मौलाना शमीम अब्बास, मौलाना गज़नफर, सहारनपुर के मौलाना गुलफाम, मौलाना नकी हैदर, डॉ. नईम अब्बास, डॉ. मोहम्मद हैदर व मौलाना हसन अली ने अलग-अलग विषयों पर तकरीरें करके लोगों को तालीम के प्रति जागरूक किया। मंच संचालन मौलाना आरिफ हुसैन व मौलाना अदील हुसैन ने किया।

मौलाना शमीम अब्बास ने इस मौके पर तकरीर करते हुए कहा कि भाईचारा और तालीम ही हमें आगे बढ़ा सकती है। मौलाना गजनफर ने कहा कि जगह-जगह मदरसे खोल कर शिक्षा की रोशनी फैलाने वाले मौलाना गुलाम अस्करी आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनका काम हम सबको प्रेरणा दे रहा है।
समारोह में मुफ्फरनगर से आए शायर शादाब गदीरी, फैजी सहारनपुरी, समर गंगोही, कंबर हरियाणवी, अब्बास अली सैय्यद छपरी ने अपनी नज्मों व गजलों के जरिये सामाजिक बुराईयों पर चोट की। मौलाना अकील रजा ने आए मेहमानों का शुक्रिय अदा किया। इस मौके पर मदरसा कमेटी के सदस्य अजादार हुसैन, हसन अब्बास, अली कौसर मौजूद रहे।
भाषण प्रतियोगिता में मौलाना रजा अब्बास ने पाया पहला स्थान-
मदरसे की सिल्वर जुबली के उपलक्ष्य में अनेक प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। इन प्रतियोगिताओं से भाषण प्रतियोगिता आकर्षण का केन्द्र रही। प्रतियोगिता में मुजफ्फरनगर से आए मौलाना रजा अब्बास ने पहला, नौगावां से आए फरमान हैदर ने दूसरा और अदील हुसैन, हैदर मेहंदी और हसन मेहंदी ने तीसरा स्थान पाया। मदरसे से पांचवीं पास करके गए 36 विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। समारोह में नमाज के कलैंडर का विमोचन किया गया।



Sunday, 22 April 2018

राजकीय प्राथमिक पाठशाला रायतखाना में मनाया पृथ्वी दिवस

धरती को बंजर बनने से रोकें , पौधे रोपें: कुसुम कांबोज

पंचायत समिति चेयरपर्सन कुसुम व समाजसेवी ऋषिपाल कांबोज रोपी त्रिवेणी

की पौधरोपण अभियान की शुरूआत

इन्द्री, 22 अप्रैल (गुंजन कैहरबा)
उपमंडल के गांव रायतखाना स्थित राजकीय प्राथमिक पाठशाला में विश्व पृथ्वी दिवस समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पंचायत समिति चेयरपर्सन कुसुम काम्बोज ने मुख्यातिथि व समाजसेवी ऋषिपाल कांबोज ने विशिष्ट अतिथि के रूप ने शिरकत की और त्रिवेणी रोप कर पौधरोपण अभियान की शुरूआत की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सरपंच किरपाल सिंह व मुख्य शिक्षक देवन्द्र सिंह ने की और मंच संचालन महेन्द्र खेड़ा ने किया।

कुसुम कांबोज ने कहा कि पृथ्वी ही ऐसा ग्रह है, जहां पर जीवन संभव है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है और हमें कई महत्वूपर्ण संसाधनों के लिए पेड़ों पर निर्भर रहना पड़ता है। एक पेड़ अपने जीवन में कईं हजार लोगों के काम आता है। धरती को बंजर होने से बचाने के लिए अंधाधुंध की जा रही पेड़ों की कटाई पर रोक लगानी चाहिए और अधिक से अधिक पौधे रोपकर मानव व प्राणियों की सुरक्षा करनी चाहिए।
ऋषिपाल कांबोज ने कहा लेकिन मानव के स्वार्थ के कारण पृथ्वी पर पैदा होने वाले जीव-जन्तुओं पर खतरा मंडरा रहा है। भयानक प्रदूषण, प्राकृतिक संसाधनों के बेतहाशा दोहन व लगातार गिरते जल से मानवता खतरे में है। बढ़ती बीमारियां संकेत दे रही हैं कि भविष्य में पृथ्वी पर और अधिक दवाब बढ़ेगा, जिसे हमारी धरती माता सहन नहीं कर पाएगी। महिन्द्र ने कहा कि आज हम सभी को मिलकर अपनी पृथ्वी को बचाने के लिए प्रयास करने होंगे। समारोह में महिलाओं व विद्यार्थियों ने 50 के करीब छायादार व फलदार पौधे रोपे।
इस मौके पर पंचायत समिति सदस्य देवकी, संजय चंदेल, अध्यापक मान सिंह, उधम सिंह, जसवंत बांकुरा, जगदीश भादसों, सुरेश प्रजापत, नरेश काम्बोज, संजय कुमार, सुनील सिवाच, आंगनवाडी वर्कर किरणबाला, आशा वर्कर सुनीता व पुष्पा उपस्थित रहे।

Saturday, 14 April 2018

Pianfull Story of 92 year Charan Dass about Partition of India and displ...

जपती छपरा सिकलीगरान में चलाया स्वच्छता एवं पोलिथीन मुक्ति अभियान

सफाई के लिए बदलें आदत: मलिक

पूर्व महानिदेशक को सफाई करता देख युवा अभियान में जुट गए

इन्द्री, 14 अप्रैल (गुंजन कैहरबा)
गांव जपती छपरा सिकलीगरान में करनाल के पूर्व उपायुक्त एवं पंचायत विभाग के पूर्व महानिदेशक बी.एस. मलिक की अगुवाई में स्वच्छता एवं पोलिथीन मुक्ति अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान कार्यकर्ताओं ने गली व नालियों की सफाई की और नारे लगाकर संदेश दिया। अभियान का संयोजन सामाजिक कार्यकर्ता महिन्द्र खेड़ा व अरुण कैहरबा ने किया। मलिक ने कहा कि गांव की सफाई करना एक आदमी का काम नहीं है। ना ही प्रत्येक व्यक्ति के पीछे सफाई कर्मचारी रखा जा सकता है। सफाई रखने के लिए हमें अपनी आदतें बदलनी होंगी। सभी को सजग होना होगा। अपने कूड़े का निस्तारण सही ढ़ंग से करना सीखना होगा। तभी देश सही मायने में विकसित कहलाएगा। उन्होंने कहा कि पोलिथीन, खुले में शौच और कांग्रेस घास स्वच्छता के सबसे बड़े दुश्मन हैं, जिससे अनेक प्रकार की बिमारियां फैल रही हैं। अरुण कैहरबा ने मौजूदा मौसम के दृष्टिगत फैलने वाली बिमारियों के बारे में लोगों को सचेत करते हुए आह्वान किया कि कहीं भी जलभराव ना होनें दें। भरे हुए पानी में पैदा होने वाले मच्छर हमें मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया जैसे जानलेवा रोगों का शिकार बना सकते हैं। छत के ऊपर और घर के आस-पास किसी भी स्थान पर जहां भी पानी खड़ा होने की आशंका हो, उस पर नजर रखें। महिन्द्र खेड़ा ने कहा कि आस-पास की सफाई रखना सभी की जिम्मेदारी है।


अभियान में करनाल से आए बाबा महादेव गिरी, घरौंडा से आए पंजाबी अध्यापक नरेश सैनी, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के खण्ड प्रधान मान सिंह, सार्थक, अमित, नंबरदार धर्म सिंह तुसंग, ग्रामीण सुबेग सिंह, नंबरदार जरनैल सिंह, शौकीन सिंह, सूरज सिंह, जोगा सिंह, साहिब सिंह, बादल सिंह, सुनील सिंह, किशन सिंह, निर्मल जीत सिंह, सुरजीत सिंह ने अभियान में योगदान दिया।पूर्व महानिदेशक को खुद नालियों से कचरा निकालते देखकर ग्रामीण हैरान हो गए। ग्रामीणों ने अनुभव बताते हुए कहा कि आज तक कोई प्रशासनिक अधिकारी उनके गांव में स्वच्छता का संदेश देने नहीं पहुंचा है। मलिक को अपने हाथों से कार्य करता देख युवा भी उनके साथ जुट गए।